Thursday, 30 March 2017

8 घंटे के मंथन के बाद जीएसटी से जुड़े सभी बिल लोकसभा से पास

आज दिन भर चर्चा के बाद लोकसभा ने जीएसटी बिल लोकसभा से पास कर दिया गया। इसके साथ ही 1 जुलाई से जीएसटी लागू करने की दिशा में सरकार को सबसे बड़ी कामयाबी मिली। लेकिन इससे पहले आज की चर्चा में तमाम विपक्षी पार्टियों ने अपनी शंकाएं सरकार के सामने रखीं। कांग्रेस की तरफ से वीरप्पा मोइली ने कहा कि अभी सरकार जो बिल लाई है वो गेम चेंजर नहीं बल्कि एक बेबी स्टेप है। इसके अलावा एनसीपी की सुप्रीया शुले, सीपीएम के मोहम्मद सलीम और टीएमसी के सौगत रॉय समेत विपक्ष के तमाम दलों के लोगों ने अपनी चिंताएं सदन के सामने रखीं। आखिर में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष की आशंकाओं का जवाब दिया।

 

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जीएसटी मल्टीपल टैक्सेशन स्लैब रखे गए हैं। खाने-पीने की चीजें 0 फीसदी टैक्स स्लैब में आएंगी। दूसरा टैक्स स्लैब 5 फीसदी का होगा वहीं तीसरा स्लैब 12-18 फीसदी का होगा जबकि 28 फीसदी अधिकतम टैक्स स्लैब होगा। लग्जरी स्लैब में तंबाकू, महंगी गाड़ियां आएंगी। लग्जरी स्लैब के 2 हिस्से होंगे, सेस+टैक्स। लग्जरी/तंबाकू उत्पादों पर 28 फीसदी के साथ सेस भी लगेगा।

 

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि टैक्स रेट तय करने का अधिकार जीएसटी  काउंसिल को दिया गया है। इसमें वोटिंग का दो तिहाई हिस्सा राज्यों के पास और एक तिहाई हिस्सा केंद्र के पास होगा। इस व्यवस्था से भारत के संघीय ढांचे को मजबूती मिलेगी।

 

रियल एस्टेट और पेट्रोलियम को जीएसटी में शामिल किए जाने पर भी वित्त मंत्री सफाई दी। उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम को जीएसटी  में शामिल कर लिया गया है लेकिन उस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। वहीं रियल एस्टेट के बारे फैसला जीएसटी के लागू होने के बाद लिया जाएगा।

1 comment:

  1. Implementation of GST was an important decision by our government to reduce malpractices and corruption. it also affected to Indian stock market. Current rate of gst in stock market is Eighteen Percent (18%).
    There is talk of reducing the rate we can't say anything. When GST was introduced, most of the brokers reduced their our brokerage charges by 80%. This helped their clients to manage their overall transaction costs.
    stock tips

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